दशकों तक भारत में डर का, भय का, आतंक का माहौल बढ़ता ही गया। इसका सबसे बड़ा नुकसान युवाओं को ही हुआ।
हिंसा और अलगाववाद आतंकी आग में सबसे ज्यादा देश की युवा ही झुलसा है।
जम्मू-कश्मीर में दशकों तक युवाओं की अनेक पीढ़ियां बम, बंदूक और पत्थरबाजी में खप गई।
लेकिन दशकों तक देश पर शासन करने वाले इस आग को बुझाने की साहस नहीं दिखा पाए।
हमारी सरकार की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति से आज वहां हालत बदले हैं।
आज जम्मू-कश्मीर का नौजवान विकास से जुड़ चुका है।
- पीएम
@narendramodi