मुट्ठी भर ऑफ़िशियल गुंडों को इतना अधिकार दे दिया गया है कि वे जब चाहें, जहां चाहें तोड़फोड़ कर सकते हैं, कत्लेआम मचा सकते हैं, क्योंकि यह सत्ता में बैठे स्वयंभू भगवान को सूट करता है। संवैधानिक पदों पर बैठे अधिकारी और न्याय के रखवाले आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हैं। ये अधिकारी तभी सक्रिय होते हैं, जब केवल और केवल अब्दुल को हाशिए पर धकेलना हो।