मौलिक साहिब, ज़रा इनको भी राह दिखा दीजिए। देखिए, ये बेगम तो वक्फ बोर्ड से अपना हिस्सा लेने पहुँच गई हैं, जो मोदी जी अब इनको देने वाले हैं वक्फबोर्ड से लेकर। जिस तरह तीन तलाक खत्म होने के बाद इन बेगमों को इंसाफ मिलना शुरू हुआ, वैसे ही अब वक्फ की मिल्कियत का हक भी इनको मिल जाएगा। अब वक़्त आ गया है मौलिक साहिब, हुजरे से बाहर आइए, कब तक आप कौम आगे बढ़ाने के नाम पर आराम फरमाते रहेंगे?