देखते हैं कि कोविशील्ड वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग के जानलेवा ख़तरे की ज़िम्मेदारी अब कौन लेता है। क्या वैक्सीन कंपनियों से चंदा लेते समय भाजपा सरकार को ये बात पता थी। अगर ‘हाँ’ तो जनता के जीवन को ख़तरे में क्यों डाला, यदि ‘न’ तो बिना जाँच के इतना घातक फ़ैसला किसने लिया और इसको नज़रअंदाज़ करने के लिए किसने और कितना लिया।